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Conceptual Skills-परिभाषा,प्रकार,उदाहरण

Posted on May 30, 2021May 30, 2021 By Sanjeev Kardwal No Comments on Conceptual Skills-परिभाषा,प्रकार,उदाहरण

वैचारिक कौशल (Conceptual skills ) मानव की वह क्षमताएं होती है, जिसके माध्यम से हैं आप किसी अन्य को समझ सकते है। यह स्किल व्यक्ति को जटिल परिदृश्यों को बेहतर तरिके से समझने में मदद करती है।  इसके माध्यम से कोई भी रचनात्मक समाधान विकसित कर सकता है। इसका उपयोग आप अपने लिए प्रबंधन के दृष्टिकोण से कर सकते है। Conceptual skills बहुत मूल्यवान हैं, इसके माध्यम से आप कठिन कार्यस्थल स्थितियों का सहजता के साथ सामना कर सकते है।

Table of Contents

  • Conceptual skills की परिभाषा
  • वैचारिक कौशल क्या हैं?
  • वैचारिक कौशल के प्रकार
    • विश्लेषण (Analysis)
    • अपने वैचारिक कौशल को कैसे विकसित कर सकते है?

Conceptual skills की परिभाषा

वैचारिक कौशल (Conceptual skills) के बारे में कहा  जाता है, कि वैचारिक कौशल वह सोच कौशल है जिसके द्वारा आप जटिल विचारो को आसानी से समझने और कठिन समस्याओ के समाधान में आपकी सहायता करते है।  यह कौशल आपको कई प्रकार के नुक़सान से बचने में आपकी मदद करता है। वैचारिक कौशल आपको यह देखने में मदद करते हैं, की संगठन के सभी लक्ष्यों को किस प्रकार  से प्राप्त किया जाये । वैचारिक कौशल वाले लोग बहुत ही क्रिएटिव होते हैं और भावात्मक तर्कशक्ति के द्वारा विभिन्न समस्याओ और चुनोतियो का समाधान कर लेते है|

वैचारिक कौशल क्या हैं?

वैचारिक कौशल (Conceptual skills) में प्रबंधको के द्वारा अपर मैनेजमेंट और मीडिल मैनेजमेंट में सामंजस्य स्थापित करके संगठन के लक्ष्यो को कैसे प्राप्त किया जाये यह कौशल होता है| कंपनी के प्रबंधको द्वारा यह फैसला लेने की आवश्यकता होती है, की उनके संगठन में काम करने वाला हर व्यक्ति  संगठन के बड़े लक्ष्यों को कैसे प्राप्त करने में मदद कर सकता है| इसमें यह ध्यान रखने की आवश्यकता होती है की दिन प्रतिदिन के कार्यो में उलझने की बजाय कंपनी के बड़े लक्ष्यों को कैसे प्राप्त किया जाये| कौशल प्रबंधकों को अन्य विभागों के बीच संबंधों को समझने में मदद करता है, इसके माध्यम से यह सभी विभागों में बेहतर तालमेल स्थापित करने में मदद करता है।  

वैचारिक कौशल के प्रकार

कोई फर्क नहीं पड़ता कि आपकी कंपनी किस उद्योग में काम करती है, उसे उन चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा जिनके लिए नवीन और रचनात्मक सोच की आवश्यकता होती है। इन स्थितियों में, संगठन के लिए वैचारिक कौशल (Conceptual skills) सबसे अधिक फायदेमंद होते हैं। एक वैचारिक नेता अपने विचारों के माध्यम से सोच सकता है, विचारों को क्रिया-संचालित समाधानों में बदल सकता है। आइये जानते है Conceptual skills की महत्वपूर्ण प्रकारों के बारे में।  

विश्लेषण (Analysis)

वैचारिक ( Analysis) Skills बहुत ही महत्वपूर्ण है| वैचारिक कौशल और विश्लेषण के द्वारा यह मूल्यांकन करने की क्षमता है कि कोई कंपनी अपने लक्ष्यों को प्राप्त कर पा रही है या नहीं और कंपनी अपनी व्यावसायिक योजना पर टिकी हुई है। इसका विश्लेषण करना इसके माध्यम से संभव हो पाता है। इसमें प्रबंधको को यह देखना होता है की सामान्य के सभ विभाग सही तरीके से एक साथ कैसे काम कर रहे है| वैचारिक कौशल से किसी विशेष समस्याओ और मुद्दे को पहचाने और फिर यह तय करे की इसके निवारण के लिए क्या कदम उठाने की जरूरत है|

  • विश्लेषणात्मक क्षमता  का होना  |
  • जटिल समास्यो का विश्लेषण करके उनको  निपटना |    
  • विषय के बारे में ज्ञान सम्बन्धी स्किल्स |
  • लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए  रणनीतियों को बनाना  |
  • कंपनी के अंदर की जटिल समस्याओ का निदान करना  |
  • व्यवसाय  और विभाग के कार्यों का पूर्वानुमान लगाना  |
  • कोई नई पहल  और रणनीतिक योजना के बीच के संबंध प्रश्न करना  |
  • गलतियों के सुधार के अवसरों को पहचानना |
  • किसी भी परिस्थिति में कंपनी के सभी तत्वों को देखना |
  • बड़े डाटा बेस सेट से महत्वपूर्ण जानकारियों का चयन |
  • सभी विभागों के बीच के संबंध को समझना और उनमें सामंजस्य स्थापित करना |

कम्युनिकेशन (Communication)

मजबूत कम्युनिकेशन नहीं होने की वजह से एक एम्प्लॉय अपने समाधान सही लोगों के साथ शेयर नहीं कर पाएगा। वैचारिक स्किल्स  वाला कोई व्यक्ति किसी भी समस्या की आसानी से  व्याख्या कर सकता है और उसका समाधान दूसरों तक पंहुचा सकता है| कम्युनिकेशन स्किल्स (Communication skill)की वजह से वह कंपनी के सभी विभागों से अच्छी तरह बात कर सकता है, इसमें वह अपर मैनेजमेंट से  लेकर किसी Specific डिपार्टमेंट के कर्मचारियों तक आसानी से कम्युनिकेशन कर सकता, जिनके पास अच्छी वैचारिक स्किल्स होती है वह अच्छे सुनने वाले भी होते है ।किसी भी कार्य की योजनाओं को तैयार करने से पहले उसके Employee को सुनने की जरूरत है |

  • एक्टिव Listening skills का होना 
  • कम्युनिकेशन 
  • प्रासंगिक समस्याएं को जानना  
  • सभी विभागों में सही तरीके से संचार की रणनीति 
  • Employe में अच्छी सोच को लागू करना| 
  • प्रेजेंटेशन 
  • मौखिक संवाद
  • Verbal Communication

क्रिएटिव थिंकिंग (Creative thinking)

आपको ऊपर भी बताया था की वैचारिक स्किल्स (Creative thinking) वाले लोग बहुत ही क्रिएटिव होते है | वह जटिल समस्याओं और कठिनाइयों के समाधान निकालने में सक्षम होते है। उनमे बंद बॉक्स के बाहर तक क्या हो सकता है ऐसी सोच शामिल होती है| उनको इस पर विचार करना चाहिए की कंपनी के सभी विभाग एक साथ कैसे काम कर सकते है और वे किसी समस्या का हल साथ मिलकर कैसे निकाल सकते है| 

नेतृत्व Leadership

Conceptual skills में नेतृत्व Leadership का होना जरुरी होता है। एक लीडर कई तरह के कार्यो को करने का निर्णय लेता है। वैचारिक कौशल वाले किसी व्यक्ति के पास मजबूत नेतृत्व कौशल होना आवश्यक होता है। यह कंपनी के दृष्टिकोण का पालन करने के लिए उसके कर्मचारियों को समझाने की जरूरत है। इसके लिए नेतृत्व करने वाले को अपने Employe को समझने और उस पर भरोसा करने के लिए प्रेरित करने की आवश्यकता होती है। एक मजबूत नेतृत्व Leadership किसी भी संगठन को ऊपर ले जाने में सक्षम होता है।  

समस्या को सुलझाना (Problem Solving) 

वैचारिक कौशल के प्रकार में किसी भी समस्या को सुलझाने वाला कौशल होना आवश्यक होता है। एक बार जब कोई कर्मचारी किसी स्थिति का विश्लेषण करता है, तब उसके सामने कई तरह की समस्याए आती है, जिन्हें सुलझाने के लिए आपके अंदर बेहतर कौशल का होना आवश्यक होता है। उस समस्या को कैसे हल किया जाए यह वैचारिक कौशल वाले लोग त्वरित रूप से कर सकते है। और अपने द्वारा एक बेहतर निर्णय लेने के साथ साथ अच्छे परिणाम प्रदान करने में सक्षम होते है। 

अपने वैचारिक कौशल को कैसे विकसित कर सकते है?

हम आपको यहां पर कुछ टिप्स प्रदान करेंगे जिसके माध्यम से आप अपने वैचारिक कौशल को बेहतर तरीके से विकसित कर सकते है। आप इन सभी का पालन कर एक बेहतर लीडर की भूमिका निभा सकते है।  

  • अपने संगठन के लोगो से अच्छा संवाद स्थापित करें।  
  • अपने बातचीत कौशल (Negotiation skills) को विकसित करने पर जयादा ध्यान दे।  
  • सभी से प्रेम पूर्वक बातें करें।  
  • नेतृत्व के अवसरों को विकसित करे।  
  • परियोजना प्रबंधन को ध्यान से देखे व समझे।  
  • आपके अंदर त्वरित निर्णय लेने का कौशल विकसित करे।  
  • किसी जटिल कार्य के लिए दूसरों को प्रेरित करें।  
  • रणनीतिक योजना को विकसित करने की क्षमता रखें।  

दोस्तों हमने आपको आज की पोस्ट में Conceptual skills (वैचारिक कौशल) के बारे में पूरी जानकारी प्रदान की है। हमे आशा है की, आप इसे बेहतर तरीके से समझ चुके है। इस तरह की अन्य स्किल के बारे में जानने के लिए हमारे होम पेज को विजिट कर सकते है।  –Thanks

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