Speaking Skills क्या है और इसे कैसे इम्प्रूव करे?

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बुद्धिमान व्यक्ति बोलता है क्योंकि उसके पास बोलने के लिए कुछ है लेकिन मूर्ख व्यक्ति बोलता है क्योंकि उसे कुछ कहना है। पब्लिक speaking एक क्रिटिकल स्किल है। अगर आपको स्पीकिंग स्किल/पब्लिक स्पीकिंग स्किल आ जाए तो आप लोगों को ऐसे ही influence कर सकते हैं। और अगर आपने influence कर लिया तो आप कुछ भी कर सकते हैं।

लेकिन यह उतना भी आसान नहीं है। 75 प्रतिशत लोगों को सांप के काटने का जितना डर होता है उतना ही लोगों को पब्लिक speaking से डर लगता है। इस आर्टिकल में हम बताएंगे कि आप किस प्रकार से स्पीकिंग स्किल सीख सकते हैं और कैसे लोगों को हैंडल कर सकते हैं।

स्पीकिंग स्किल टैलेंट नहीं है यह स्किल है इसे सीखा जा सकता है। टैलेंट वह है जो आपके जन्म के साथ आपका होता है। लेकिन speaking skills प्रैक्टिस के साथ सीखा जा सकता है। मुंह से बोली गई बात कान तक पहुंचेगा। तर्क से लॉजिक से बोली गई बात दिमाग तक पहुंचेगा लेकिन दिल से बोली गई बात दिल तक जाता है। सही रूप से समझ आता है, हमेशा याद रह जाता है। If you Feel the content your tongue will Deliver the message of your heart.

Speaking Skills क्यों जरुरी है?

शब्द शब्द संभलकर बोलिए, शब्द के नहीं हैं हाथ और पांव एक ही शब्द में है औषधि, और उसी एक शब्द में है घाव। लोगों को इस बात की परवाह नहीं की आपको ज्ञान कितना है लेकिन लोगों को यह ज्ञान है की आपको उनकी परवाह कितनी है। “People will forget what you said, people will forget what you did, but they will not forget how you make them feel.”

दुनिया में कोई भी ग्रेट स्पीकर पैदा नहीं होता है बस वे उस काम के trained होते हैं। स्पीकिंग स्किल हमारे दैनिक जीवन से लेकर हमारे professional Life में भी बहुत उपयोग आता हैै। यह हमारे जीवन अलग अलग एस्पेक्ट में जरूरी साबित होता है। इसलिए सीखना और इसको उपयोग करना बहुत जरूरी हो जाता है। 

आज का युग एक ऐसा युग है जिसमे आपको पढ़े लिखे होने के साथ में एक अच्छा speaking skills का होना भी बहुत जरूरी है। अगर आपको अच्छी स्पीकिंग स्किल आती है तो आप अपने कैरियर में नए और ऊंचे मुकाम तक पहुंच सकते हैं। आपका स्पीकिंग स्किल केवल कुछ ही क्षेत्र में सीमित नहीं हो इस कारण से ग्लोबल लैंग्वेज का खिताब इंग्लिश लैंग्वेज ने पाया है।

अगर आप इंग्लिश लैंग्वेज में अच्छा वक्ता या एक अच्छा पकड़ बना लेते हैं तो आपका यह स्किल सभी जगह फैल जाता है। आप आगे बढ़ते ही जाते हैं अपने जीवन में। यह एक सभ्य समाज में जीने के लिए बहुत आवश्यक है। अगर आप भी अपने जीवन में इससे संघर्ष कर रहे हैं आपको स्पीकिंग स्किल न होने की वजह से कहीं पर सही स्थान नहीं मिल रहा है तो आपको निराश होने कि जरूरत नहीं है आप इसे सीख सकते हैं। आगे हम आपको बताने वाले हैं कि आप स्पीकिंग स्किल को कैसे सीख सकते हैं।

Speaking Skills कैसे Improve करें?

Speaking skills को सीखने के लिए आपको इसके कुछ बेसिक जरूरी चीजें होते हैं उनके बारे में सीखना होगा। यह हो सकता है कि आप को किस जगह क्या बोलना है और किस प्रकार बोलना है आपको यह चीज सीखनी है। यह बहुत जरूरी होता है कि आप सही जगह पर सही बात बोलें।

आपको यह स्किल इंप्रूव करने के लिए आपको अच्छी इंग्लिश, हिंदी या किसी भी लैंग्वेज में अच्छी पकड़ होनी चाहिए आपको उस लैंग्वेज की grammer की समझ होनी चाहिए। आगे हम आपको कई सारे टिप्स से चर्चित करवाने वाले हैं जिनकी मदद से आप अपने स्किल को इंप्रूव कर सकते हैं और अपने दैनिक जीवन में और प्रोफेशनल जीवन में स्पीकिंग स्किल का कमाल देख सकते हैं।

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Future Skills क्या है और हम इन्हें कैसे सीख सकते है?

Speaking skills importance in Life

स्पीकिंग स्किल सबसे अच्छा स्किल में से एक स्किल है जिसे हमे सीखना चाहिए। इससे आपकी कम्युनिकेशन स्किल बढ़ती है। आप अपने इमोशंस, feelings को जाहिर कर सकते हैं। इससे आपकी पूरी बात दूसरे लोगों तक पहुंचती है। अगर आपको अपनी बात कहनी आ जाए और आपकी बात लोगों को पसंद आती है तो वह आपकी बातों से प्रेम करने लगते हैं आपको बात उनको मीठी सुनाई देती है।

चालिए हम आपको स्पीकिंग स्किल को इंप्रूव करने के लिए कुछ इफेक्टिव तरीका को बताने वाले हैं अगर आप इन प्वाइंट्स को प्रैक्टिस करते हैं तो आप एक अच्छा स्पीकिंग स्किल सीख सकते हैं।

Speaking Skills improve करने के effective तरीके

स्पीकिंग स्किल इंप्रूव के करने के कई सारे method या तरीके मौजुद हैं जिनमें से हम आपको कुछ इंपॉर्टेंट तरकरीब के बारे में बताने जा रहे हैं। अगर आप इनको अपने दैनिक जीवन में हर दिन उपयोग में लेट हैं तो आप निश्चित ही एक इफेक्टिव स्पीकर के रूप में उभर सकते हैं। इससे आप एक नई बुलंदियों को भी छू सकते हैं।

1. know Your Audience

एक स्पीकिंग स्किल को सीखने के लिए सबसे जरूरी है आप किससे और कौन सी ऑडिएंस के साथ में बात कर रहे हैं। इसके लिए सबसे पहले आपको अपने ऑडिएंस को एनालाइज करना होगा। ऑडिएंस को समझना बहुत जरूरी है। ऑडिएंस की एज, लोकेशन, सैलरी, जेंडर, expectation क्या है आपसे उनको ये सारी बाते आपको समझने पड़ेगी। यह बहुत जरूरी होता है कन्वर्सेशन शुरुवात करने से पहले को आपकी ऑडिएंस कौन है।

उसके बाद आपको conversation interesting बनाने के लिए कन्वर्सेशन को स्मॉल और अट्रैक्टिव बनाना होगा। उसके लिए आपको करेंट में चल रही घटनाओं को अपनी बातों को कंस्ट्रक्टिव तरीके से इस्तेमाल करना आना चाहिए।

आपको सबसे पहले बोलने से पहले सोचना है कि आप क्या बोल रहे हैं आपको ऐसे शब्दों का चयन व प्रयोग करना है जिससे लोगों के अंदर प्रेम की भावना उत्पन्न हो। आपको ऐसे शब्दों का उपयोग नहीं करना है जो अश्लील माने जाते हैं। आपको नेगेटिव बातें नहीं करना चाहिए। आपको दुसरे के बारे में गलत या अपशब्द नहीं कहना चाहिए।

2. Create content with agenda in mind

आपको पब्लिक के सामने कुछ भी नहीं बोलना है आपको जो भी बोलना है वह structured तरीके से तैयार होना चाहिए। आपको इसके लिए एक एजेंडा तैयार करने की जरूरत है कि आपको क्या बोलना है। यह आपके माइंड में चलते रहना चाहिए। आपको बहुत ही क्लियर और स्पष्ट बात को कहना है।

आपको इसके लिए एनालाइज करने की जरूरत है अपने भाषण को। आपको अपनी बात को interactive बनाने के लिए उसमे क्वेशचन एंड अंसर भी होना चाहिए। Brainstorming होना चाहिए। आपको एक particular lessons एक particular जगह पर ही डिलीवर करनी है। आपको अपने भाषण को Evaluate भी करना है।

3. गलती करने से डरें नहीं

जब आप इन सारी बातों को प्रैक्टिस करेंगें। आपके सामने कई सारी प्रॉबलम आएंगी आपको उनसे डर कर प्रैक्टिस नहीं रोकना है। कुछ भी करने से पहले कई गलतियां होते हैं इसमें भी आपको कई गलती होगी। अगर आप गलती कर रहे हैं इसका मतलब है कि आप कुछ नया सीख रहे हैं यह आपके लिए एक अच्छी चीज है आप उस गलती को दुबारा नहीं करेंगे आपको इस बात का बस ध्यान रखना है और आगे बढ़ते जाना है।

अगर आप गलती से डर जाएंगे तो आप कभी भी प्रोग्रेस नहीं कर पायेंगे। आपको सीखना है ओर आगे बढ़ते चले जाना है। आपको यह सोंचना है कि आप जितना गलती करेंगे आप उतना ही उससे सीखेंगे तब आप गलती करने से घबराएंगे नहीं।

4. बॉडी लैंग्वेज पर ध्यान दें

जब आप बात कर रहे होते हैं तब आपको आपकी बॉडी posture का ध्यान रखना बहुत जरूरी है। जब आप बात कर रहे हों तब आप अपने हाथों का उपयोग करें जिससे लोग को बात को समझने में आसानी होती है। आप इससे अपनी भावनाओं को अच्छे से इससे व्यक्त कर सकते हैं। आपका बॉडी लैंग्वेज अभद्र तरीके से नहीं होना चाहिए। जब आप बात करें तो लोगो की आंखों में देखकर बात करें। जिससे आप कॉन्फिडेंस नजर आते हैं सामने वाले की नजर में। एक अच्छा पोशाक होना चाहिए जिससे आप कॉन्फिडेंस नजर आते हैं। जिससे आप अपनी बात को convey कर पाते हैं। अपनी ड्रेस का जरुर ध्यान रखें इससे आपकी सादगी झलकती है।

5. Practice is Must – practice makes man Perfect

आपने यह डायलॉग तो सुना ही होगा लेकिन यह केवल डायलॉग ही नहीं बल्कि एक सत्य बात है। अगर आप किसी भी चीज को बार बार प्रैक्टिस करते हैं तो आप किसी भी काम में एक्सपर्ट बन सकते हैं उसके लिए आपको बार बार प्रैक्टिस की आवश्कता होती है। आज कोई भी आदमी किसी मुकाम तक पहुंचा है तो वह केवल प्रैक्टिस से संभव हो पाया है। अगर आप प्रैक्टिस नहीं करेंगें तब आप किसी भी काम में सफल नहीं हो पायेंगे।

किसी भी काम को अक मुकाम तक पहुंचाने के लिए जीवन में प्रैक्टिस की बहुत जरूरत होती है। हमने आपको ऊपर एक लाइन बताई भी है कि प्रैक्टिस ही आदमी को परफेक्ट बनाती है। यह बहुत ही सटीक बात है और सत्य बात है।

6. अपने vocabulary को improve करें

आप किसी भी लैंग्वेज में बात करना चाहें और अगर आप ज्यादा शब्द या फिर अच्छे शब्द का प्रयोग नहीं कर पा रहे हैं तो आप एक कुशल वक्ता के रूप में नहीं उभार सकते हैं। आप जिस भी लैंग्वेज में बात करना चाहते हैं या फिर स्पीकिंग स्किल को डेवलप करना चाहते हैं उसके लिए आपको vocabulary को बढ़ाना होगा जिससे आप अच्छे और सटीक सब्दो का उपयोग कर पायेंगे।

इससे भाषा में भी सटीकता आती है और लोगों तक जो बात आप पहुंचना चाहते हैं वह बहुत ही सही माध्यम से लोगों तक पहुंचता है। इससे आपकी भाषा की समझ बढ़ती है आप लोगो के साथ भीड़ में भी बात कर सकते हैं और लोग आपकी बात का बुरा भी नहीं मानेंगे क्यूंकि आपको बात सही तरीके से कहनी आती है।

7. Pronunciation को improve करें

अगर आप एक स्पीकर है और आप किसी शब्द का उच्चारण गलत कर रहे हैं तो आपका इमेज इससे खराब होता है। आपको जो भी लैंग्वेज में बात करना है आपको उसके लिए सभी सब्दो का Pronunciation उचित ढंग से करना आना ही चाहिए। अगर आप ऐसा नहीं कर पाते हैं तो लोग आपके ऊपर हसने लगेंगे। अगर आप स्पीकिंग स्किल जानते हैं और यह सारी छोटी छोटी गलती करते हैं तो यह आपको बिल्कुल भी सोभा नहीं देता है। आपको इसको जरुर इंप्रूव करना चाहिए।

8. जोर-जोर से read करें

यह आपके लिए बहुत फायदेमंद साबित हो सकता है। अगर आप किसी भी किताब को जोर जोर से पढ़ते है तब वह आपके दिमाग में छपते जाता है और Pronunciation भी शुधरता है जिससे आपको जिल्लत होना पड़ता है। अगर आप जोर जोर से पढ़ते हैं तो आप ज्यादा vocabulary, grammer इत्यादि को ठीक कर सकते हैं। जोर जोर पढ़ने के और भी कई सारे फायदे आपको सामने नजर आते दिख सकते हैं। इससे आपको पढ़ने में लगन की भावना महसूस होती है।

9. उसी language में सोचें

आप जिस भाषा में स्पीकिंग स्किल को बढ़ाना चाहते हैं आपको उसके लिए सबसे पहले उसी भाषा में सोंचना शुरू करना होगा। जब आप उस language में सोचना शुरु करेंगें तभी आपके स्पीकिंग में बदलाव नजर आएगा। ऐसा माना जाता है कि किसी लैंग्वेज को सीखने के लिए पहले आपको उसी language में पहले सोचना होगा तब आप धीरे धीरे उसमे fluent हो पायेंगे और आप उसके बड़ ही स्पीकिंग स्किल इंप्रूव हो सकती है। आप जिस भी में fluency लाना उसी भाषा में सोंचन शुरू कर दीजिए। आपका काम फिर अपने आप ही हो जाएगा।

10. Partner की तलाश करें

किसी भी चीज को सीखने के लिए एक पार्टनर की बहुत जरूरत होती है अगर आपके साथ कोई साथी है तभी आपको वह काम करने में मजा आएगा नहीं तो नहीं आएगा। अगर आप सुबह दौड़ने जाते है और आपके साथ कोई भी नहीं है तो शायद हो सकता है कि आपको सुबह दौड़ने जाने में मज़ा ना आए लेकिन उसी के जगह पर आपका दोस्त अगर दौड़ने जाता है तो आप उसके लिए बहुत ही तैयारी में रह सकते हैं

क्युकी अगर आपका दोस्त जा रहा है तो आपको वह काम बोरिंग नहीं लगने वाला है बल्कि आपको बहुत ही ज्यादा इंट्रेस्टिंग लगने वाला है। इसी तरह ही अगर आप स्पीकिंग स्किल को इंप्रूव करना चाहते हैं तो आपको ऐसे साथी कि तलाश करनी होगी जो कि स्पीकिंग स्किल को सीखना चाहते हैं तभी आपका काम बन सकता है।

11. Writing शुरू करें

यह भी बहुत जरूरी होता है अगर आप लिखते हैं तो वह क्लियर और स्पष्ट हो जाता है। राइटिंग से बहुत सारी वर्तनी जांच में सुधार दिखाई देती है इस कारण यह बहुत जरूरी हो जाता है। अगर आप स्पीकिंग स्किल डेवलपमेंट करना चाहते हैं तो आपको अपने दैनिक जीवन में राइटिंग को भी जोड़ना होगा। इसके बाद ही अगर आप इन सबको ध्यान में रखते हैं तब आपके इंप्रूव होने की सम्भावना है।

सारांश(Conclusion):

यह हमारे निजी जीवन में बहुत आवश्यक बातों में से एक है आपको इस स्किल को सीखना हो चाहिए इससे हमारे इमेज पर भी एक सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। अगर आप अच्छे से बोल पा रहे हैं अपनी बात को लोगों को समझा पा रहे हैं तो यह एक बहुत बड़ी बात है। इसमें हमने आपको ग्यारह प्रैक्टिस की बातों को बताया है अगर आप इनको फ़ॉलो करते हैं तो जरूर ही आपका स्पीकिंग स्किल डेवलपमेंट हो जायेगा। बस आपको इतना ध्यान रखना है की प्रैक्टिस किसी भी हालत में नहीं छोड़नी चाहिए।

स्पीकिंग स्किल्स से सम्बन्धित प्रश्न(FAQ’s)

स्पीकिंग स्किल कहां काम आता है?

स्पीकिंग स्किल हमारे दैनिक निजी जिंदगी से लेकर प्रोफेशनल लाइफ में भी बहुत काम आता है।

स्पीकिंग स्किल कितने दिनों में सीखा जा सकता है?

यह आपके रुचि के अनुसार निर्भर करता है आप इसे 4 से 5 महीने में फ्लुएंट कर सकते हैं।

स्पीकिंग स्किल डेवलपमेंट करने के लिए क्या करें?

इसके लिए आपको हमारे दिए गए टिप्स को फ़ॉलो करना होगा उसके बाद आप आराम से speaking skill को बढ़ा सकते हैं।

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