Multigrain Atta क्या है (बनाने का तरीका,फायदे ,दाम )

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खाना चाहे किसी भी कल्चर का हो आटा ज्यादातर खाने में उपयोग होता है जैसे भारत में आटा chapatis ब्रेड आदि बनाने में use होता है और देशो में मफिन, biscuits तथा और भी बहुत सी varieties की dishes बनायीं जाती है। आटा भी कई विभिन varieties का होता है जैसे गेहूं का आटा, बाजरे का आटा, मक्की का आटा, चने का आटा लेकिन इन सब में सबसे ज्यादा पौष्टिक Multigrain Atta होता है। जो की गेहूं, जौ, मक्का, चने, सोया बीन, बाजरा, ज्वार, जई, रागी आदि से मिलके बनाया जाता है इस लेख में हम Multigrain Atta (मल्टीग्रैन अट्टा) के बारे में ही बात करेंगे। 

Multigrain Atta क्या है ?

मल्टीग्रेन आटा उस आटे को बोला जाता है जो अलग-अलग तरह के आनाज से मिलकर बना होता है। यानी इस आटे में हर तरह के अनाज (grains) के पौष्टिक तत्व होते है इसे multigrain flour भी बोला जाता है। पुराने समय में ज्यादातर लोग एक ही अनाज से बना आटा खाते थे लेकिन जैसे जैसे उन्हें मल्टीग्रेन आटा के फायदों के बारे में पता चला वैसे ही multigrain आटे की डिमांड  ज्यादा बढ़ने लगी और लोग भी ज्यादा से ज्यादा इसे ही उपयोग करने लगे।

गेहूं (Wheat) से atta बनाते समय उसमें सभी तरह के पौष्टिक अनाज (grains) मिला देने से वो आटा मल्टीग्रेन आटा बन जाता है जो अब पहले से ज्यादा पौष्टिक होता है इस तरह का आटा आपको मार्केट में अलग-अलग कंपनी का मिल जायेगा। 

Multigrain Atta में क्या क्या होता है   (Multigrain Atta Ingredients)

मल्टीग्रेन आटा में विभिन प्रकार के अनाज होते है जो इस आटे को बहुत ही पौष्टिक बनाते है। नीचे हमने उन सभी अनाज (grain) की बात करी है जिसे आप भी आटे में मिलकर अपने आटे को मल्टीग्रेन आटा बना सकते है। 

गेहूं (Wheat)

जौ (Barley)

मक्का (Maize)

चने (Chana या Chickpeas)

सोया बीन (Soya bean)

बाजरा (Bajra)

ज्वार (Jowar)

जई (Oats)

रागी (Ragi)

आप अपने अनुसार इन अनाज को मिलवा कर मल्टीग्रेन आटा बना सकते है। आप चाहे तो सारे अनाज न मिला के सिर्फ दो या तीन तरह के अनाज मिलाकर भी मल्टीग्रेन आटा बना सकते है। कुछ लोग तो सभी तरह के अनाज को मिलवा कर आटा तैयार करवाते है। ताकि उस आटे में हर अनाज के गुन आ सके 

रोटी का स्वाद भी इन अनाज की मात्रा पर ही निर्भर करता है।

आप चाहे तो ऊपर दिए अनाज को रोस्ट करके या बिना रोस्ट करके भी गेहू के साथ मिलाकर आटा तैयार करवा सकते है। 

अनाज को रोस्ट करके गेहू के साथ पिसवाने से आटा ज्यादा नरम (soft) हो जाता है जिससे रोटी भी हलकी और नरम रहती है। 

Multigrain Atta बनाने का तरीका

आप चाहे तो मल्टीग्रेन आटा खुद घर पर भी बना सकते है या बाहर किसी आटा चक्की वाली shop पर जाके भी आटा पिसवा (grind) सकते है।

घर पे आटा बनाने के लिए आपके पास आटा मेकर (Atta maker) होना बहुत जरुरी है। 

अब मल्टीग्रेन आटा बनाने के लिए आटा चक्की में Multigrain Atta Ingredients जैसे गेहूं, चना, कॉर्न, जोवर, बाजरा, ओट्स, रागी, सोयाबीन, चिकपीस या और भी कोई अनाज हो तो वो आप अपने taste के लिए डाल सकते है। 

अब उस आटा चक्की को ऑन करके पीसना शुरू करे कुछ ही देर में आपका खुद का देसी मल्टीग्रैन आटा तैयार हो जायेगा।

आप चाहे तो सभी तरह के अनाज को एकसाथ मिलाकर एक डिब्बे में डाल के रख सकते है। फिर जब भी आपका मन करें ताज़ी रोटी खाने का तभी उस अनाज को पीस कर ताज़ी रोटी बना सकते हो इससे आपको हर समय ताज़ा खाना मिलेगा। 

Multigrain Atta का दाम (Multigrain Atta Price)

हर कंपनी के मल्टीग्रेन आटा का प्राइस अलग-अलग होता है। ये ज्यादातर अट्टा की quality और साथ ही उसकी कंपनी पर भी निर्भर करता है 

ज्यादातर अच्छी कम्पनी का मल्टीग्रैन atta Rs. 150 रूपए में एक किलो तक का मिल जाता है। 

Aashirvaad, Patanjali Navaratna, Pilsbury, Nutri Active, Nourish जैसी कुछ फेमस कम्पनीज है जिनका मल्टीग्रेन आटा ज्यादा बिकता है हमने नीचे इन  दाम लिखा है। 

Brand Quantity Price 
Aashirvaad multigrain atta 1 किलो Rs. 62/-
Patanjali Navratna multigrain atta 2  किलोRs. 140/-
Pillsbury multigrain atta 1 किलोRs. 64/-
Nutri Active 1 किलोRs. 349/-
Nourish multigrain atta 1 किलोRs. 63/-
Wheafree gluten free atta 1 किलोRs. 135/-
Multigrain atta price

ये भी पढ़े :-Nutrition क्या है।

Multigrain Atta के फायदे (Multigrain Atta Benefits) 

Multigrain Atta Ingredients: मल्टीग्रेन आटा के बहुत से फायदे होते हैं। जो Multigrain Atta Ingredients पर निर्भर करते है नीचे हमने मल्टीग्रेन आटे से होने वाले सभी फायदों के बारे में बताया है – 

  • मल्टीग्रेन आटे में सबसे ज्यादा fiber की मात्रा होती ह जो पाचन (digestion) को theek रखता है। 
  • मल्टीग्रेन आटे और भी अनाज से मिलकर बनता है  इसलिए इसमें लगभग हर तरह के अनाज के तत्व होते है जो शरीर को हर समय दुरुस्त (fit) रखते है।
  • मल्टीग्रेन आटे से बनी फुल्का रोटी, ब्रेड, मफिन सामान्य आटे से ज्यादा गुणकारी होती है। 
  • मल्टीग्रेन आटा में प्रोटीन (protein) की मात्रा भी सबसे अधिक होती है। जिससे हमारा शरीर मजबूत बना रहता है और साथ ही ये प्रोटीन शरीर के tissue को बनाने में भी मदद करते है। 
  • मल्टीग्रेन आटे डायबिटीज (diabetes) जैसी बीमारी को भी कम करने में काफी मददगार होता है।
  • मल्टीग्रेन आटा में vitamin A की मात्रा भी ज्यादा होती है जो आँखों के लिए एक जरुरी विटामिन होता है। 

गेहू (Whole Wheat) 

पाचन तंत्र को improve करता है। 

Oats

ओट्स के अंदर काफी सारे विटामिन्स और मिनरल्स होते है। जैसे फ़ास्फ़रोस, आयरन, कॉपर, विटामिन्स और एंटीऑक्सिडेंट्स (antioxidants) जैसे avenanthramides जो ब्लड प्रेशर को ठीक रखता है। 

चना दाल (Chana Dal) 

यह protein का अच्छा source होता है। 

वजन को कम करने में मदद करता है।

Ragi

रागी ज्यादातर डायबिटिक के मरीज़ो के लिए फायदेमंद होता है। 

रागी से शरीर को कैल्शियम भी मिलता है जो हड्डियों की मजबूती के लिए भी जरुरी तत्व होता है। 

रागी आयरन का भी अच्छा स्त्रोत होता है जो शरीर को ताकत देता है।

सोयाबीन (Soyabean)

सोयाबीन में बहुत सारा प्रोटीन होता है जो शरीर की मजबूती के लिए बहुत जरुरी होता है। 

सोयाबीन हड्डियों के लिए भी बहुत उपयोगी अनाज होता है।

Maize 

Maize में विटामिन्स और ओमेगा 6 फैटी एसिड्स (Omega-6 fatty acids) होते है जो स्वस्थ के लिए जरुरी है। 

इसमें antioxidants भी अधिक मात्रा में होते है जो आँखों के लिए जरुरी होते है। 

Atta व्यापार और कमाई (Atta Business Aur Income)

जैसा की आप लोग जानते है आटा हर घर की जरुरत होता है। हर कोई आटा खरीदता है इसलिए आटे में बिज़नेस करना सच में एक बहुत ही profitable अच्छा आईडिया है कम पैसो में बिज़नेस शुरू करने का। आपको बस एक दूकान खरीदनी होती है और उसके साथ एक आटा मेकर मशीन जिससे आप आटा पीस सके उसके बाद आप अपनी खुद के आटा चक्की के बिज़नेस से पैसे कमा सकते है। 

उदाहरण – अगर कोई customer आपकी दूकान पर 10 kg आटा पिसवाने आया है तो आप दस किलो आटा के 200 से 300 रूपए बढे आराम से कमा  सकते है उसी तरह एक दिन में सभी customers का हिसाब लगाया जाए तो काफी अच्छे पैसे कमाए जा सकते है। 

FAQ

मल्टीग्रेन आटा क्या होता है?

जब किसी आटे में गेहूं के साथ साथ और भी अनाज सामिल हो तो उस आटे को मल्टीग्रेन आटा बोला जाता है। 

मल्टीग्रेन आटा में कौन कौन से इंग्रेडिएंट्स होते है?

मल्टीग्रेन आटा में गेहूं, सोयाबीन, जौ, मक्का, ज्वार, चने, बाजरा, जई, रागी जैसे इंग्रेडिएंट्स होते है। 

मल्टीग्रेन आटा के क्या क्या फायदे होते है?

जैसा की हमने बताया की मल्टीग्रेन आटा में लगभग सभी तरह के अनाज के तत्व होते है। इसका मतलब ये आटा सामान्य आटे से ज्यादा फायदेमंद होता है इसमें हर तरह का विटामिन्स होते है जो हमारी सेहत को सही रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है। 

क्या मल्टीग्रेन आटा दूसरे सामान्य आटे से ज्यादा पौष्टिक होता है?

हाँ, मल्टीग्रेन आटा काफी सारे अनाज से बनता है इसलिए ये ज्यादा फायदेमंद होता है।

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