Anopcharik Patra in Hindi | अनौपचारिक पत्र कैसे लिखे?

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Anopcharik Patra एक ऐसा पत्र होता है जो हम किसी व्यक्ति को लिखते हैं, जो हमारे जानपद या गांव में रहता है। यह पत्र सरकारी पत्र नहीं होता है और इसका कोई Rule  नहीं होता है। Anopcharik Patra आमतौर पर प्रेम पत्र, शुभकामना पत्र, अनुभव पत्र और सामान्य पत्र जैसे लिखे जाते हैं।

अनौपचारिक पत्र लिखने की  Importance इस बात में है कि इससे हमारे जीवन में जो लोग हमारे लिए महत्वपूर्ण होते हैं, उनसे हमारा निकटतम संबंध बना रहता है। अगर हम अपने दोस्तों, रिश्तेदारों और परिवार के सदस्यों को नियमित अनौपचारिक पत्र लिखते हैं, तो उनसे हमारा संबंध बना रहता है और हमारा अधिक निकटतम बनता है।

एक Anopcharik Patra  के लिए विषय बहुत अहम होता है। इसे लिखने से पहले हमें विषय चुनने की आवश्यकता होती है जो हमारे पत्र के लक्ष्य से मेल खाता हो। उदाहरण के लिए, यदि हम अपने दोस्त को लिखते हैं, तो हम उनके जीवन में हुए उन्हीं घटनाओं के बारे मे लिखते है 

एक अनौपचारिक पत्र ( Anopcharik Patra) लिखते समय ध्यान रखने वाली बातें :

  1. संबंधित विषय के बारे में लिखें: जब आप अपने दोस्त, रिश्तेदारों या परिवार के सदस्यों को अनौपचारिक पत्र लिखते हैं, तो उनके जीवन में हुए विषयों पर लिखने का प्रयास करें।
  2. सरल भाषा का प्रयोग करें: अपने पत्र में सरल भाषा का प्रयोग करने की कोशिश करें। यह आपके भाषा कौशल को दिखाता है और आपके पत्र को अधिक अभिव्यक्तिशील बनाता है।
  3. सही वाक्य विन्यास का प्रयोग करें: एक सही वाक्य विन्यास अपने पत्र को अधिक संवेदनशील बनाता है। यह समझने में भी आसान होता है और अपनी बात स्पष्ट रूप से बयान करता है।
  4. खुशी या दुःख की बातें लिखें: जब आप अपने दोस्तों या परिवार के सदस्यों को पत्र लिखते हैं, तो आप उनके साथ उनकी खुशी या दुःख साझा कर सकते हैं। इससे वे आपके साथ जुड़े रहेंगे और आपके लिए अधिक संवेदनशील होंगे।
  5. समाचार लिखें: अगर आप अपने पत्र में कुछ समाचार लिखते हैं, तो उन्हें नए जानकारियों से अवगत कराने का अवसर मिलता है।
  6. धन्यवाद अभिव्यक्त करें: जब आप कोई समर्थन या सहायता प्राप्त करते हैं, तो आपको उसके लिए धन्यवाद अभिव्यक्त करना चाहिए। यह आपकी शिष्टाचार की शक्ति को दर्शाता है और आपके रिश्तों को मजबूत बनाता है।

Anopcharik Patra क्यू लिखते है?

अनौपचारिक पत्र लिखना एक आदर्श तरीका है जो आपको अपने सम्बंधों को मजबूत बनाने और उनके साथ एक मजबूत और संवेदनशील बंधन बनाए रखने में मदद करता है। यह एक बहुत ही स्वतंत्र और व्यक्तिगत ढंग से आपके संबंधों को नए स्तर पर ले जाने का माध्यम होता है।

आप अनौपचारिक पत्र लिखते समय उनकी जरूरतों, इच्छाओं और संवेदनाओं के बारे में सोच समझकर उनके साथ एक मजबूत बंधन बना सकते हैं। अनौपचारिक पत्र एक संवेदनशील रूप होता है जिसमें आप अपने विचार, भावनाएं और अनुभवों को एक स्वतंत्र तरीके से व्यक्त कर सकते हैं। यह एक बहुत ही व्यक्तिगत माध्यम होता है जो आपको अपने संबंधों को समझने और उनसे संवेदनशील रूप से जुड़ने में मदद करता है।

आप अपने पत्र में अपने दोस्तों या परिवार के सदस्यों को अपने जीवन की बातें बता सकते हैं, उनसे समाचार साझा कर सकते हैं,

Anopcharik Patra कैसे लिखे?

अनौपचारिक पत्र लिखने के लिए आपको उन लोगों के लिए समय निकालना होगा जिनसे आप बातचीत करना चाहते हैं। अनौपचारिक पत्र लिखते समय ध्यान रखें कि यह बहुत ही व्यक्तिगत होता है, इसलिए आपको अपनी भावनाओं और विचारों को साफ़ ढंग से व्यक्त करने की जरूरत होगी।

पत्र का प्रारंभिक भाग:

  1. पत्र का दिनांक (दिन, महीना, वर्ष)
  2. भाषा (हिंदी या अंग्रेज़ी)
  3. पत्र लिखने वाले का नाम
  4. पत्र लिखने वाले का पता
  5. पत्र लिखने वाले का फोन नंबर
  6. पत्र लिखने वाले का ईमेल आईडी

पत्र का मुख्य भाग:

  1. पत्र मुख्य भाग के लिए उपयुक्त विषय चुनें
  2. पत्र शुरू करते हुए समझाएं कि आप इस पत्र क्यों लिख रहे हैं
  3. मुख्य भाग में अपनी समस्या का विवरण दें।
  4. अपनी समस्या से संबंधित संभव समाधान का उल्लेख करें
  5. समस्या को बताने के बाद अपने पत्र के मुख्य भाग को समाप्त करें।

पत्र का अंतिम भाग:

  1. अंत में अपना नाम और हस्ताक्षर दें
  2. यदि आवश्यक हो तो अपने फोन नंबर या ईमेल आईडी दें जिससे आपसे संपर्क किया जा सकता है।

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Anopcharik Patra का उदाहरण?

पत्रक्रम (Letterhead)

पत्र का विषय (Subject of the letter)

पत्रिका का पता (Address of the recipient)

तारीख (Date)

प्रिय [नाम] (Dear [Name]),

पत्र का शुरुआती भाग (Introduction):

आपका पत्र मिला और यह पता लगा कि आप ठीक हैं। आपके द्वारा भेजे गए उपहार के लिए धन्यवाद। मुझे उससे बहुत खुशी हुई।

मुख्य भाग (Main Body):

यहां आप अपने पत्र की मुख्य बातें लिख सकते हैं। आप अपनी खुशी, दुःख, समस्या या किसी भी विषय पर बात कर सकते हैं। यदि आप कुछ सलाह देना चाहते हैं, तो उसे भी यहां लिख सकते हैं।

अंतिम भाग (Conclusion):

इस भाग में आप अपने पत्र को समाप्त कर सकते हैं। यहां आप अपनी शुभकामनाएं दे सकते हैं या कुछ संबंधित जानकारी दे सकते हैं।

धन्यवाद,

आपका नाम (Your Name)

पता (Address)

मोबाइल नंबर (Mobile Number)

यहाँ एक उदाहरण दिया गया है जो एक छात्र के प्रिंसिपल को लिखा गया अनौपचारिक पत्र है:

दिनांक: 10 अप्रैल, 2023

भाषा: हिंदी

माननीय प्रिंसिपल जी,

मैं एक छात्र हूँ जो आपके विद्यालय में अध्ययन कर रहा हूँ। मैं आपको इस पत्र के माध्यम से बताना चाहता हूँ कि मुझे अंग्रेजी विषय में कुछ समस्याएं हो रही हैं।

मैंने ध्यान दिया है कि मेरी अंग्रेजी में व्याकरण और वाक्य रचना से संबंधित कुछ समस्याएं हो रही हैं जिसकी वजह से मैं इस विषय में काफी कमजोर हो रहा हूँ। मुझे इस समस्या का समाधान नहीं मिल रहा है जिससे मेरे अंग्रेजी में स्कोर कम हो रहे हैं।

कृपया मुझे अंग्रेजी विषय के लिए कुछ सलाह दें जो मुझे समस्याओं से निपटने में मदद करेगी। मैं अपने अंग्रेजी स्कोर को सुधारने के लिए तैयार हूँ।

धन्यवाद,

अजय कुमार

कक्षा 10वीं

विद्यालय का पता: नई दिल्ली

मोबाइल नंबर: 9876543210

यहाँ एक उदाहरण दिया गया है जो एक आभार प्रकट करने को लिखा गया Anopcharik Patra है:

दिनांक: 10 अप्रैल, 2023

अपना पता:

श्रीमती रेखा शर्मा

सदन मार्ग

जयपुर, राजस्थान

प्रिय रेखा जी,

मैं आपको यह लिख रहा हूँ उम्मीद है कि आप सभी कुशल मंद होंगे। मुझे आपसे मिलने की बहुत तमन्ना थी लेकिन मेरी गाड़ी खराब हो गई थी इसलिए मैं नहीं आ सका।

आपके द्वारा भेजे गए शानदार भोजन के लिए मैं बहुत आभारी हूँ। वह खाना मेरे लिए बहुत स्वादिष्ट था और मैंने इससे बहुत मज़ा लिया।

मैं जल्द ही आपके साथ मिलने आऊँगा। आपसे मिलकर बहुत अच्छा लगता है।

धन्यवाद,

आपका दोस्त,

अमित

पता:

श्री अमित शर्मा

सदर बाजार

उदयपुर, राजस्थान

मोबाइल नंबर: 9876543210

यहाँ एक उदाहरण दिया गया है जो एक दोस्त का दूसरे दोस्त से मिलने बारे लिखा गया Anopcharik Patra है:

दिनांक: 10 अप्रैल, 2023

पता: दिल्ली, भारत

श्रीमती नेहा जैन

प्रिय नेहा,

मुझे तुम्हारे पत्र का जवाब देने में बहुत खुशी हो रही है। मुझे यह जानकर भी बहुत अच्छा लगा कि तुम्हारे साथ सब ठीक है।

मैं तुमसे मिलना चाहती हूँ। क्या तुम इस हफ्ते समय निकाल सकती हो? मैं अगले शनिवार दिल्ली आने वाली हूँ। मैं उम्मीद करती हूँ कि तुम्हारा समय होगा। हम साथ में कुछ फिल्म देख सकते हैं या कुछ खाने का प्लान बना सकते हैं।

मुझे लगता है कि तुम्हारे पास अभी भी मेरे लिए कुछ कपड़े रखे होंगे। क्या तुम मुझे कुछ नए कपड़ों के बारे में बता सकती हो? मुझे बहुत अच्छा लगेगा यदि मैं उन्हें लेने के लिए आ सकूँ।

धन्यवाद,

आपकी दोस्त,

रिया

पता:

रिया कुमारी

अनौपचारिक पत्र किसे कहते हैं?

एक अनौपचारिक पत्र एक ऐसा पत्र है जिसे आप किसी ऐसे व्यक्ति को लिखते हैं जिसे आप जानते हैं, जहाँ आप एक औपचारिक पत्र लिखने की तुलना में अधिक शांत और मिलनसार होते हैं।

अनौपचारिक पत्र का उदाहरण कौन सा है?

अनौपचारिक पत्र ऐसे पत्र होते हैं जो मुख्य रूप से व्यक्तिगत संबंधों के लिए लिखे जाते हैं। वे परिवार के सदस्यों के बीच पत्रों के समान हैं।


औपचारिक और अनौपचारिक पत्र में क्या अंतर होता है?

औपचारिक पत्र एक विशिष्ट, पेशेवर भाषा में एक विशिष्ट उद्देश्य के लिए लिखे जाते हैं। दूसरी ओर, अनौपचारिक पत्र उन लोगों के बीच लिखे जाते हैं जो पेशेवर रूप से जुड़े हुए नहीं होते हैं। कभी-कभी वे अधिक अनौपचारिक शैली में लिखे जाते हैं।


अनौपचारिक पत्र में पता कहाँ पर लिखते हैं?

पता पत्र के बायीं ओर लिखा होता है। भेजने वाले के पते के ठीक नीचे बाईं ओर तारीख-तारीख लिखी होती है। यह तिथि उसी दिन होनी चाहिए जिस दिन पत्र लिखा जा रहा है। जिस व्यक्ति को पत्र लिखा जा रहा है, उसके पते की तारीख के बाद उसे संबोधित किया जाता है।

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