प्रतिदिन टेक्नोलॉजी विकसित हो रही है, जिसके कारण टेक्निकल स्किल्स की मांग में बढ़ोतरी देखने मिल रही है. एक रिपोर्ट के अनुसार, 

जितनी भी टेक्नोलॉजी आप अपने आस- पास देखते है, सभी में सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल होता है जिसके जरिए वह टेक्नोलॉजी कार्य करता है.  

 टीवी, मोबाइल, टैबलेट, लैपटॉप, यदि सभी टेक्नोलॉजी डिवाइस सॉफ्टवेयर द्वारा कार्य ही करते है.  यही कारण है की कई छात्र जिन्हे कंप्यूटर में रूचि है वे इंजिनियर में अपना करियर बनाना चाहते है

वह व्यक्ति जो कंप्यूटर या फ़ोन के सॉफ्टवेयर बनाते या उसे develop करते है, वे सॉफ्टवेयर डेवलपर होते है. ये developer विभिन्न प्रकार के सॉफ्टवेयर की डिजाइनिंग कोडिंग द्वारा करते है 

इन्हे कंप्यूटर और प्रोग्रामिंग की अच्छी समझ होती है. आप अपने आस पास जितने भी तरह के apps, ऑपरेटिंग सिस्टम, वीडियो गेम्स, इत्यादि 

सॉफ्टवेयर डेवलपर बनने का जो पहला कदम है वो यह है की आपको पहले साइंस विषय में कम से कम  ग्रेडक्शन की डिग्री पूरा करना है. जिसका आप कम से कम 60% मार्क्स से पास हो. 

अपना ग्रेडक्शन पूरा करे

एक सॉफ्टवेयर डेवलपर का मुख्य कार्य विभिन्न प्रकार के सॉफ्टवेयर को develop करना होता है, जिसके लिए वह प्रोग्रामिंग करते है. बिना कोडिंग या प्रोग्रामिंग के सॉफ्टवेयर बनाना संभव नहीं है. 

आपको Java, HTML, CSS, C++, Python, Javascript, इन प्रोग्रामिंग लैंग्वेज की जानकारी होनी चाहिए. जब आप सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट का कोर्स करते है 

प्रोग्रामिंग लैंग्वेज सीखें 

इसके लिए आपको प्रतिदिन अभ्यास करना पड़ता है. कोडिंग वेबसाइट और ऐप्स है, जिसकी मदद आप कोडिंग की अभ्यास करके अपने आप को बेहतर बना सकते है.    

कोडिंग स्किल को मजबूत करे 

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