भारत में शिक्षा जगत के इतिहास में यह बहुत बड़ा बदलाव किया गया है। मानव संसाधन प्रबंधन मंत्रालय के द्वारा नई शिक्षा नीति पेस किया गया है। 

इसके तहत शिक्षा व्यवस्था में क्या-क्या बदलाव किए गए हैं? कैसे, अब शिक्षा व्यवस्था होने वाली है? शिक्षा व्यवस्था के इस बदलाव से भविष्य में बच्चों पर क्या प्रभाव पड़ने वाली है 

भारत में पहले शिक्षा नीति में बहुत लंबे समय से किसी भी प्रकार का बदलाव नहीं किया गया था। जानकारी के लिए आपको बता दे कि  

जो शिक्षा आपके दादा ने प्राप्त की थी, वहीं शिक्षा आपके पिता ने और वही शिक्षा में आप पढ़ रहे होंगे, भारत के विकास के लिए शिक्षा नीति में परिवर्तन लाना काफी हद तक सही है  

और मोदी सरकार के द्वारा वर्ष 2022 में नई शिक्षा नीति का आरंभ कर दिया है। इसके तहत बहुत सारे क्षेत्र में छूट और अधिक से अधिक लाभ देने की योजना भी बन रही है। 

भारत की नई शिक्षा नीति के तहत 2030 तक स्कूली शिक्षा में 100% जी आई आर के साथ पूर्व विद्यालय से माध्यमिक विद्यालय तक शिक्षा का सर्वभौमिकरण किया जाएगा  

नई शिक्षा नीति के आने से पहले 10+2 पैटर्न फॉलो किया जाता था, परंतु इस नई शिक्षा नीति (NEP) के आ जाने से 5+3+3+4 के पैटर्न को फॉलो किया जाएगा.  

भारत का इतिहास है कि पूरी दुनिया भारत से सीखते आ रही है इसको और ज्यादा बड़ा करना। शिक्षा के क्षेत्र में एक नया आयाम देना, नई शिक्षा व्यवस्था के माध्यम से शिक्षा सर्वभौमिकरण किया जाएगा 

जिससे छात्रों पर पढ़ाई का प्रेशर भी कम हो। छात्र रट्टा मार पढ़ाई ना करके कुछ सीखने योग्य पढ़ाई करेंगे और भारत को और विकास की ओर अग्रसर करेंगे। 

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